Jaishankar welcomes US decision on TRF, अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित किया: गुरुवार को अमेरिका द्वारा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित करने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुले शब्दों में अमेरिका का आभार प्रकट किया। यह भारत-अमेरिका की आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की एक मजबूत पुष्टि है। यह कदम ना सिर्फ भारत-अमेरिका के बढ़ते आतंकवाद-रोधी सहयोग को दर्शाता है, बल्कि भारत की सुरक्षा चिंताओं को वैश्विक स्तर पर गंभीरता से लेने की एक मिसाल भी है।
गुरुवार को TRF विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित हुआ:
2008 के मुंबई हमलों के बाद पहलगाम आतंकी हमला भारत में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला था। ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ही पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। टीआरएफ के प्रमुख शेख सज्जाद गुल को भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। टीआरएफ पाकिस्तान के आतंकी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ की प्रॉक्सी विंग (मुखौटा शाखा) है।
टीआरएफ के वित्तपोषण पर लगेगी रोक:
अमेरिका का विदेश विभाग किसी संगठन की गतिविधियों को देखते हुए उसे विदेशी आतंकी संगठन (एफटीओ) घोषित करता है। एफटीओ के जरिए आतंकी संगठन के वित्तपोषण पर रोक लगाई जाती है। इसके अलावा अब कोई भी व्यक्ति इस संगठन को चंदा या किसी भी तरह की मदद नहीं दे पाएगा। साथ ही अमेरिका द्वारा अन्य देशों से भी उस संगठन के खिलाफ कार्रवाई की अपील की जाती है। जिस संगठन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया गया है, वह 30 दिनों के भीतर अमेरिका की अदालत में अपील कर सकता है। हर दो साल बाद अमेरिकी सरकार एफटीओ की समीक्षा करती है।