Is Too Much Sleep Harmful, क्या बहुत ज्यादा नींद भी है हानिकारक: नींद हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है। अच्छी नींद से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है। आपने कम नींद लेने के नुकसान के बारे में आपने ढेर सारे आर्टिकल पढ़े होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत ज्यादा सोना भी हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। जी हां, ज्यादा सोने वाले लोगों को भी कम नींद लेने वाले व्यक्ति की तरह कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
रिसर्च में क्या निकला?
हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया है कि अगर कोई व्यक्ति रोजाना 9 घंटे से ज्यादा नींद लेता है, तो उसका अचानक या जल्दी मौत का खतरा 34 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। यह अध्ययन अमेरिका और यूरोप के हेल्थ रिसर्च डेटा पर आधारित था, जिसमें लाखों लोगों की नींद की आदतों और उनकी हेल्थ हिस्ट्री का विश्लेषण किया गया। रिसर्च में यह साफ देखा गया कि जो लोग रोजाना 9 घंटे से ज्यादा सोते हैं, उनमें हार्ट डिजीज, डायबिटीज, स्ट्रोक और अन्य गंभीर बीमारियों की आशंका ज्यादा पाई गई। इसके चलते इनकी मृत्यु दर (mortality risk) भी सामान्य लोगों के मुकाबले ज्यादा हो गई।
ज्यादा नींद के नुकसान:
फर्टिलिटी पर पड़ता है असर-
रात में ज्यादा देर तक सोने से फर्टिलिटी पर भी बुरा असर पड़ता है। कई रिसर्च में यह सामने आया है कि अधिक सोने से गर्भवती होने की संभावना कम हो सकती है।
बढ़ सकता है वेट-
अधिक देर सोने से आपके शरीर में सुस्ती और थकान बनी रहती है, जिससे आप फिजिकल इन एक्टिव हो जाते हैं और इस वजह से वेट गेन होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। अगर एक बार आप मोटापा के शिकार हो गए तो शरीर में कई तरह की बीमारियां घर कर सकती हैं।
हार्ट होता है प्रभावित-
रोज रात में ज्यादा सोने से दिल की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बहुत अधिक सोना हार्ट हेल्थ पर बुरा असर डालता है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा 10 घंटे या उससे अधिक घंटे की नींद लेने से स्ट्रोक से मौत होने के चांसेस 56 फीसदी तक बढ़ जाते हैं।
डायबिटीज का भी जोखिम-
कई रिसर्च में नींद और डायबिटीज का संबंध पाया गया है। छोटी और लंबी नींद दोनों ही टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सक
डिप्रेशन-
यही नहीं रात में अधिक सोने से मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। इससे डिप्रेशन होने के चांस भी बढ़ जाते हैं। डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में नींद से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। कई लोग इस स्थिति में कम सोने की समस्या झेलते हैं तो करीब 15 प्रतिशत लोग अत्यधिक सोने की प्रवृत्ति रखते हैं।
क्या करें?
- रोजाना एक ठीक समय पर सोना और जागने की आदत बनाएं।
- सोने से पहले मोबाइल या स्क्रीन का उपयोग न करें।
- भारी खाना या कैफीन रात को न लें।
सही मात्रा में नींद लेना सेहत के लिए बहुत जरूरी है। ज्यादा नींद लेना उतना ही नुकसानदायक है जितना कम नींद लेना। इसलिए हर दिन 7-8 घंटे की अच्छी और गहरी नींद लेना सबसे बेहतर है।