Covid-19 Cases: कोरोना वायरस देश के नौ राज्यों में फैल चुका है। शनिवार 24 मई को देश में कोरोना के 23 नए मामले सामने आए। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में वृद्धि चिंता का कारण है। बेंगलुरू में भी एक कोरोना मरीज की मौत हो गई है। अगर उत्तर भारत की बात करें तो उत्तर प्रदेश में एक नए कोरोना मरीज की पहचान हुई है। इसी तरह उत्तराखंड और हरियाणा में तीन-तीन मरीजों की पहचान हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में दो नए सक्रिय कोविड मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को शीर्ष स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ बैठक की।
देश में कोरोना के एक्टिव केस:
देश में फिलहाल कोरोना वायरस के 363 सक्रिय मरीज हैं। 85 प्रतिशत से अधिक मरीज केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में हैं। केरल इस मामले में सबसे ऊपर है। तमिलनाडु में 66 और महाराष्ट्र में 56 मरीज हैं। दिल्ली में अब तक 23 मरीज मिल चुके हैं, हालांकि सक्रिय मामले सिर्फ पांच बचे हैं। यूपी की बात करें तो गाजियाबाद के बाद नोएडा में भी एक मरीज मिला है।
केरल में मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा:
देश के अन्य राज्यों की बात करें तो गुजरात में पिछले 24 घंटे में छह नए मरीज मिले हैं। इसी तरह हरियाणा में एक नए मरीज की पहचान हुई है। दिल्ली में तीन नए मरीज सामने आने के साथ ही कुल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। कर्नाटक में आठ नए मरीजों की पहचान होने के साथ ही अब कुल सक्रिय कोविड मामलों की संख्या 13 हो गई है। केरल में स्थिति सबसे गंभीर है, जहां 69 नए मरीजों के साथ कुल सक्रिय मामलों की संख्या 95 हो गई है।
कोरोना के संबंध में स्वास्थ्य सलाह:
केंद्र सरकार ने राज्यों को एक सलाह जारी की है। उन्होंने कोविड-19 रोगियों के संपर्क में आए सभी संदिग्ध लोगों की जांच करने को कहा है। ऐसे मामलों की जीनोम अनुक्रमण का आदेश दिया गया है। स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना जांच किट की उपलब्धता के साथ ही इलाज की सभी व्यवस्थाओं की जांच करने को कहा गया है। इसके अलावा लोगों से किसी भी तरह की अफवाह या घबराहट से बचने को कहा गया है।
अन्य देशों में मामले बढ़े हैं:
भारत ही नहीं बल्कि कई एशियाई देशों में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चीन, थाईलैंड, सिंगापुर और इंडोनेशिया सहित कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में कोविड के नए मामले चिंता का कारण बन गए हैं। हालांकि अभी कोरोना की लहर जैसी स्थिति नहीं है। कोरोना के नए जेएन1 वैरिएंट ओमीक्रॉन से पीड़ित मरीजों की हालत भी गंभीर नहीं है। टीकाकरण की बदौलत अधिकांश कोरोना रोगियों में सामान्य लक्षण दिख रहे हैं।