कुत्ते के रोने का मतलब: आपने कुत्तों को कई बार रोते हुए देखा होगा। कुत्ते आने वाले खतरे या अप्रिय घटनाओं को पहले ही भांप लेते हैं। वे इसे रोकर या चिल्लाकर व्यक्त करने का प्रयास करते हैं। लेकिन इसके पीछे का कारण आपको हैरान कर देगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि आपके घर के बाहर कुत्ते रात में काफी देर तक भौंकते या चीखते हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि कुछ बुरा होने वाला है। राहु और केतु का कारक कुत्ता है। इसीलिए कुत्ते का रोना राहु-केतु की अशुभता का संकेत देता है। ऐसी स्थिति में आपको सावधान रहना चाहिए। (Source: AstroSage)
यदि आप कभी अपने घर के बाहर किसी कुत्ते को रोते या भौंकते देखें तो सावधान हो जाइए। क्योंकि यह किसी बीमारी का संकेत देता है। इसके अलावा यह इस बात का भी संकेत देता है कि आपके घर में कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित होने वाला है।
ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई कुत्ता देर रात आपके घर के बाहर या दरवाजे के पास रोता है, तो संभव है कि उसके आसपास किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा हो, जिस कारण वह रो कर उसे व्यक्त कर रहा है। (Source: Dainik Bhaskar)
यदि आपका पालतू जानवर अचानक रोना शुरू कर दे या खाना-पीना बंद कर दे, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि कुत्ते होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। ऐसे में वे रो कर यह संकेत देते हैं कि घर में कुछ बड़ा होने वाला है।
कुत्ते का रोना भी आर्थिक हानि का संकेत देता है। भविष्य में किसी काम के कारण आपको हानि उठानी पड़ सकती है।
यदि कुत्ता घर के बाहर रो रहा हो तो ये उपाय आजमाएं:
- कुत्ते को घर के बाहर रोने मत दो।
- यदि कुत्ता रोए तो भगवान शिव की पूजा करें या ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। (Source: Typing Baba for Mantra)
- किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान दें।
- किसी को नुकसान न पहुँचाएँ, किसी के बारे में बुरे विचार न रखें।