मृत्यु का रहस्य और अकाल मृत्यु का विषय हर युग में जिज्ञासा का कारण रहा है। झूठ की दुनिया में एकमात्र सत्य मृत्यु है। कोई नहीं जानता कि मृत्यु कब और कैसे आएगी, न ही वे इसे रोक सकते हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि जब शरीर बूढ़ा या जीर्ण हो जाता है, तो प्राणवायु शरीर को छोड़कर दूसरे नए शरीर में प्रवेश कर जाती है।
यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन कई क्षेत्रों में यह देखा जाता है कि कई युवा अपनी युवावस्था तक पहुंचने से पहले ही दुर्घटनाओं या अन्य कारणों से अपनी जान गंवा देते हैं। मन में सवाल उठता है कि इतनी कम उम्र में ऐसी मौतें क्यों होती हैं?
हालांकि, कुछ गुरु कहते हैं कि जो लोग निर्दोष लोगों को परेशान करते हैं और उनका विनाश करते हैं, दूसरे की पत्नी, गुरु की पत्नी या परिवार की किसी भी महिला के साथ यौन दुराचार करते हैं, वे ब्रह्महत्या के अधीन हैं। पुर्ब जन्म के श्राप के कारण इस जन्म में उनकी जीवन ज्योति आधी आयु में ही बुझ जाति है।
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मुंबई यूनिवर्सिटी कैंपस से 2012 में पत्रकारिता करने के बाद ज़ी न्यूज़ से करियर की शुरुआत की। ज़ी न्यूज़ में करीब साढ़े तीन साल की लंबी पारी के बाद हिंदी वनइंडिया में न्यूज डेस्क को लीड किया। इस समय माय भारत 24 में देश बिदेश सेक्शन को संभाल रहा हूं। साथ ही खेल और राजनीतिक मुद्दों पर लिखने में भी दिलचस्पी है।