Sourav Ganguly Birthday, सौरव गांगुली का जन्मदिन: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली आज 53 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में हुआ था। लोग उन्हें प्यार से दादा कहते हैं। गांगुली के माता-पिता उन्हें ‘महाराज’ कहते हैं। उस समय इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ज्योफ्री बॉयकॉट ने उन्हें ‘कोलकाता का राजा’ कहा करते थे। भारतीय क्रिकेट टीम में कई बेहतरीन कप्तान हुए हैं, लेकिन जिस कप्तान ने टीम इंडिया को विदेश में टेस्ट मैच जीतना सिखाया, वो हैं सौरव गांगुली। उन्होंने कई युवाओं को मौका दिया और एक नई टीम इंडिया बनाई। इस खास मौके पर आइए जानते हैं सौरव गांगुली के करियर से जुड़े कुछ खास रिकॉर्ड के बारे में..
गांगुली ने वनडे में लगातार चार बार जीता मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड:
सौरव गांगुली के नाम आज भी ये अनोखा रिकॉर्ड है, जो उनके शानदार फॉर्म और लगातार अच्छे प्रदर्शन को दर्शाता है। उन्होंने 1997 में पाकिस्तान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की।
अपने पहले टेस्ट मैच में शतक बनाया:
सौरव गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में शतक बनाकर अपनी काबिलियत साबित की। गांगुली ने उस मैच में 131 रन बनाए। वे जल्द ही भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा बन गए। गांगुली के लगातार अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 2000 में भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया।
एक विश्व कप में किसी भारतीय द्वारा सबसे ज़्यादा शतक:
गांगुली ने 2003 के विश्व कप में तीन शतक बनाए, जो विश्व कप के एक संस्करण में किसी भारतीय द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा शतक हैं। उनके नेतृत्व में भारत फाइनल में पहुंचा। इस प्रदर्शन ने उन्हें विश्व पटल पर एक सफल कप्तान और बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया।
दुनिया में किसी बल्लेबाज द्वारा सबसे ज़्यादा रन की साझेदारी:
वनडे क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाजी साझेदारी का रिकॉर्ड सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी के नाम है। इस प्रतिष्ठित जोड़ी ने 176 पारियों में एक साथ बल्लेबाजी की और 48 रन के नुकसान पर 8227 रन बनाए।
ICC चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर:
सौरव गांगुली के नाम चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में सर्वोच्च स्कोर (117 रन) बनाने का रिकॉर्ड है। 2000 के ICC नॉकआउट फाइनल में उनकी 117 रनों की पारी अभी भी टूर्नामेंट के फाइनल में सर्वोच्च स्कोर है, जो उनके शानदार मैच प्रदर्शन का प्रमाण है। उन्होंने 2000 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 117 रन बनाए थे।
ICC चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में तीन शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी:
गांगुली ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी मैच में तीन शतक बनाने वाले पहले क्रिकेटर बनकर इतिहास रच दिया।
टेस्ट बल्लेबाजी औसत कभी 40 से नीचे नहीं रहा:
उतार-चढ़ाव के बावजूद, गांगुली का टेस्ट बल्लेबाजी औसत उनके 113 मैचों के करियर में लगातार 40 से ऊपर रहा, जिसने उन्हें सबसे लंबे प्रारूप में एक विश्वसनीय बल्लेबाज बना दिया।
वनडे में 10,000+ रन, 100+ विकेट और 100+ कैच का अनोखा रिकॉर्ड:
गांगुली उन पांच खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने वनडे में यह दुर्लभ ऑलराउंड रिकॉर्ड हासिल किया है। उनकी स्विंग गेंदबाजी ने टीम को कई अहम मौकों पर सफलता दिलाई। फील्डिंग में भी उनकी पकड़ शानदार थी, खासकर स्लिप और कवर पोजिशन में।
गांगुली ने कई खिलाड़ियों को सुपरस्टार बनाया:
जब गांगुली टीम इंडिया के कप्तान थे, तो उन्होंने युवराज सिंह, हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ियों को मौके दिए। उन्होंने एक युवा भारतीय टीम बनाई और उन्हें मुश्किल परिस्थितियों में मैच जीतना सिखाया।