Pakistan vs Afghanistan Fight, पाकिस्तान बनाम अफगानिस्तान जंग: पीसीबी के चीफ मोहसिन नकवी को अफगानिस्तान ने दे दी टेंशन. हाही में खेले गए एशिया कप में ट्रॉफी विवाद के कारण पूरी दुनिया में उनकी जगहंसाई हुई. यहां तक कि फाइनल मैच के बाद जब भारतीय टीम ने उनसे ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया तो वह उसे अपने साथ ही लेकर चले गए. जिसके कारण मोहसिन नकवी को ‘ट्रॉफी चोर’ भी कहा जाने लगा. अब एक और पड़ोसी देश अफगानिस्तान के कारण वह तनाव में आ गए हैं.
नकवी को क्या हे टेंशन?
17 नवंबर से 29 नवंबर के बीच पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच ट्राई सीरीज खेले जाने का तय हुआ है. लेकिन पीसीबी चीफ अब अफगानिस्तान को लेकर डरे हुए हैं. दरअसल, मौजूदा वक्त में सैन्य कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है. ऐसे में अगले महीने पाकिस्तान में होने वाली ट्राई सीरीज के आयोजन पर ही खतरा मंडराने लगा है. नकवी को डर है कि कहीं अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ऐसे माहौल में अपनी टीम भेजने से ही मना ना कर दे.
आईसीसी से मदद मांगने पंहुचे नकवी:
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हेड मोहसिन नकवी को भी इस बात का अंदाजा है कि अफगान टीम इस त्रिकोणीय सीरीज को रद्द कर सकती है. इस वजह से आईसीसी के सामने भी वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए गुहार लगाईं गई है. पीसीबी ने मामले के बारे में आईसीसी को बताया है. सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि मोहसिन नकवी ने आईसीसी से दूसरे विकल्पों पर काम करने का अनुरोध किया है. वह त्रिकोणीय सीरीज तो तय समय पर आयोजित कराना चाहते हैं लेकिन अगर ऐसा नहीं, तो तो अन्य विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं.
इस ट्राई सीरीज से पहले 11 नवंबर को पाकिस्तान ने द्विपक्षीय टी20 सीरीज खेलने के लिए पहले से निमंत्रण भेजा हुआ है. 11 से 15 नवंबर के बीच पाकिस्तान-श्रीलंका की तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलने की योजना है.
क्यों भड़का हुआ हे अफगानिस्तान?
टीटीपी जैसे संगठनों को अफगानिस्तान में एक्शन के कारण टेंशन के बीच पाकिस्तान के गृह मंत्रालय मोहसिन नकवी ने अफगानिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि वो”आग और खून का खेल” खेल रहे हैं. नकवी ने अपने स्टेटमेंट में भारत का जिक्र किया था। भारत से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बुरी तरह पिटने के बावजूूद वो खुद को विजेता बताते हुए इसी तर्ज पर अफ़ग़ानिस्तान को करारा जवाब देने की धमकी देने लगे. यही वजह है कि नकवी को लेकर अफगानिस्तान के लोगों और सरकार में काफी ज्यादा गुस्सा है.








