Operation Sindoor, ऑपरेशन सिंदूर: ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस ऑपरेशन ने आतंकिस्तान पर की कमर तोड़ दी। पाकिस्तान की धरती पर पनाह पाए आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर का भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बड़ा कबूलनामा सामने आया है। लश्कर आतंकी ने स्वीकार किया है कि मुरीदके स्थित आतंकी समूह के मुख्यालय को भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नष्ट कर दिया था। लश्कर का यह कबूलनामा आतंकियों को पालने वाले पाकिस्तान के लिए करारा झटका है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लश्कर कमांडर कासिम ने स्वीकार किया कि 7 मई सुबह किए गए हमले में मुरीदके स्थित लश्कर मरकज को तबाह कर दिया गया था। उसने यह भी कहा कि इस आतंकी कैंप का पुनर्निर्माण हो रहा है और इसे पहले से भी बड़ा बनाया जा रहा है।
पहलगाम हमला और भारतीय जवाब:
22 अप्रैल को पहलगाम की बैसारन वैली में लश्कर के आतंकियों ने हमला कर 26 निर्दोष पर्यटकों को मार डाला। इसके बाद भारत ने तय किया कि खेल अब सीमा पर नहीं, बल्कि वहीं खेला जाएगा जहां से साजिश रची जाती है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 बड़े आतंकी ठिकाने उड़ा दिए। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर हेडक्वार्टर और लश्कर का मुरिदके हेडक्वार्टर मुख्य थे। IAF ने वीडियो जारी कर दिखाया कि किस तरह पूरी इमारतें और कमांडरों के ऑफिस मलबे में तब्दील हुए।
इस ऑपरेशन में कई बड़े आतंकी भी ढेर हो गए जिसमें शामिल थे यूसुफ अजहर, IC-814 हाईजैकिंग का गुनहगार, अबु जुंदल, मुरिदके का चीफ और 2016 के नागरोटा हमले का प्लानर का बेटा। कह सकते हैं कि दर्जनभर टॉप आतंकियों का सफाया हुआ। यह ऑपरेशन सिर्फ आतंकी ढांचे को खत्म करने भर नहीं था। यह पाकिस्तान की सरकार और आर्मी की सालों पुरानी झूठी कहानी को भी उजागर करने वाला था. जो जगह वो दुनिया के सामने ‘मदरसा और स्कूल’ बताते थे, वह असल में आतंक की यूनिवर्सिटी थी। अब उनके अपने कमांडर का कबूलनामा सोशल मीडिया पर खूब तैर रहा है।
सामने आया वीडियो:
वीडियो में कासिम एक निर्माणाधीन जगह के सामने खड़ा दिखाई दे रहा है। वह कहता है, ‘मैं मुरीदके में मरकज तैयबा के खंडहरों पर खड़ा हूं, जो हमले में नष्ट हो गया था। इसके पुनर्निर्माण का काम चल रहा है। अल्लाह के फजलोकरम से यह मस्जिद पहले से भी बहुत बड़ी बनेगी। अल्लाह ताला इस मस्जिद को अपने बंदों के लिए आबाद करे।’ कासिम आगे यह भी कबूल करता है कि इस मस्जिद में कई मुजाहिदीन आतंकवादियों और छात्रों ने प्रशिक्षण हासिल किया और विजय हासिल की।
पाकिस्तान का दावा:
कासिम के खुलासे ने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। पाकिस्तान दावा करता है कि इस इमारत का इस्तेमाल अब आतंकवादी समूह नहीं कर रहा था। कासिम का एक और वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह पाकिस्तानी युवाओं से मुरीदके स्थित मरकज तैयबा में दौरा-ए-सुफ्फा में शामिल होने की अपील की। दौरा-ए-सुफ्फा एक आतंकवादी प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें जेहादी ट्रेनिंग दी जाती है।









