Nobel Peace Prize 2025, नोबेल शांति पुरस्कार 2025: नोबेल शांति पुरस्कार 2025 के विजेता की घोषणा आज यानी शु्क्रवार को हो गया है। विजेता घोसित होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया था कि उनका मानना है कि यह पुरस्कार उन्हें मिलना चाहिए।
ट्रंप ने गुरुवार सुबह व्हाइट हाउस में कैबिनेट की बैठक की। बैठक में ट्रंप ने वैश्विक संघर्षों से निपटने में अपने प्रशासन की भूमिका पर जोर दिया। इस दौरान ट्रंप ने दावा किया उनके कार्यकाल में सात युद्ध समाप्त हो चुके हैं। वहीं, इजरायल हमास के बीच गाजा युद्ध विराम के पहले चरण पर साइन को आठवां युद्ध विराम समझौता बताया।
हम शांति समझौता कर रहें:
ट्रंप ने उन युद्ध विरामों का जिक्र किया, जो उनके कार्यकाल में समाप्त हुए। उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड, सर्बिया, कांगो और रवांडा, पाकिस्तान और भारत, इज़राइल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, और आर्मेनिया और अज़रबैजान का हवाला दिया। ट्रंप ने कहा कि हम शांति समझौते कर रहे हैं और युद्ध रोक रहे हैं। इसलिए हमने भारत और पाकिस्तान, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध रोके।
मुझे नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए:
ट्रंप ने युद्ध रोकवाने की बात कहने के साथ ही खुद को नोबेल पुरस्कार मिलने की बात को दोहराया। क्यूंकि ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 7 युद्ध और संघर्ष सुलझाये। गाजा-इजराइल पर बात करते हुए कहा कि यह 8वां हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का सपना हुआ चकनाचूर:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिला है। डोनाल्ड ट्रंप बार बार नोबेल पुरस्कार के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे। वो ‘सात युद्ध’ में शांति करवाने का दावा करते आ रहे थे। लेकिन बावजूद इसके उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया गया है।
किसको मिला नोबेल पुरस्कार:
नोबेल शांति पुरस्कार 2025 इस बार वेनेज़ुएला की लोकतंत्र समर्थक नेता मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है। नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने कहा कि यह सम्मान उन्हें वेनेज़ुएला के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उनके “अथक संघर्ष” और देश को तानाशाही से लोकतंत्र की ओर ले जाने के प्रयासों के लिए दिया गया है।








