Neem Tree: ज्योतिष के अनुसार नीम का पेड़ मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। आयुर्वेद में इसे मेडिसिन के रूप में प्रयोग किया जाता है। नीम के पेड़ और उसके पत्तियों का अनेक गुणकारी लाभ होते हैं । साथ ही इसमें शनि और मंगल को काबू में करने की शक्ति भी हे। तो आइए जानते हैं…
वास्तुदोष का निदान करता है निम का पेड़:
घर के दक्षिण भाग में नीम का पेड़ लगाने से सभी वास्तु दोष दूर होते हैं। दक्षिण मुखी मकान के सामने तो निश्चित ही नीम का वृक्ष लगाना चाहिए।
मंगल दोष का निवारण:
घर के आसपास नीम का पेड़ लगाने से मंगल दोष और शनि का प्रकोप भी दूर होता है। क्योंकि नीम में साक्षात मंगल देव का निवास होता है। मंगल के दोष दूर करने के लिए नीम की दातुन करे।
शनि दोष का निवारण:
नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि देव शांत होते हैं। नीम की लड़की की माला धारण करने से शनि की पीड़ा समाप्त हो जाती है।
केतु दोष को करे दूर:
नीम के पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। और अकाल मृत्यु नहीं होती है।
दांतों के रोगों दूर हैं:
नीम की दातुन करते रहने से दांत और मसूड़ों में किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं रहते हैं।
त्वचा रोग में लाभ:
नीम की लड़की के बने पलंग पर सोने से त्वचा रोग दूर होते हैं। नीम के तेल और छाल के प्रयोग से कुष्ठ रोग दूर होता है। नीम के पेड़ के नीचे प्रतिदिन आधा घंटा बैठने से किसी भी प्रकार का चर्म रोग नहीं होता। नीम के पत्ते खाने से किसी भी प्रकार का कैंसर नहीं होता।
शत्रु निवारण:
नीम के वृक्ष को वायव्य कोण में लगाना से धन और शत्रु संबंधी समस्या का निवारण होता है।
हनुमानजी की कृपा मिलेगी:
मंगलवार को नीम के पेड़ के निचे शाम को जल चढ़ाएं और चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार करें। इससे हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती हे। घर के पास नीम का पेड़ लगाने और नित्य इसमें जल अर्पित करने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है।
इस नक्षत्र और राशि के लोग लगाएं नीम का पेड़:
यदि आपका जन्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है या आपकी राशि मकर या कुंभ राशि है तो नीम का पेड़ लगाना बहुत ही शुभ फलदायी होगा।
अश्वमेघ यज्ञ का फल:
ज्येष्ठ माह में कहीं पर भी नीम का पेड़ लगाने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है और कई गुना पुण्य मिलता है।