Israel-Iran Ceasefire, ईरान इजरायल के युद्ध: ईरान और इजरायल के बीच करीब दो सप्ताह से खूनी संघर्ष जारी है। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान कर दिया है कि ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम समझौता हो गया है। ईरान ने सीजफायर की बात को पहले खारिज करने के बाद अब स्वीकार कर लिया है। वहीं, इजरायल से आधिकारिक प्रतिक्रिया बाकी है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित सीजफायर की असली वजह ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की मिसाइल कार्रवाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस अल उदैद पर सफल हमला किया, जिसके बाद ट्रंप को युद्ध रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। ईरानी मीडिया ने ट्रंप के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “हमारी मिसाइलों ने ट्रंप को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ऐलान:
खबरें हैं कि इस सीजफायर में कतर ने अहम भूमिका निभाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने तेहरान को अमेरिका की तरफ से प्रस्तावित सीजफायर के लिए मनाया। हालांकि, इसपर कतर ने आधिकारिक बयान नहीं दिया है। ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर समझौते के ऐलान के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों ने एक साथ उनसे संपर्क किया और शांति की अपील की। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच 24 घंटे के अंतर शांति बहाल हो जाएगी।
सोमवार को भी जारी रहे हमले:
इजरायल ने सोमवार को तेहरान में ईरानी सरकार के ठिकानों पर कई हमले किए, वहीं इजरायली सेना ने पुष्टि की कि उसने ईरान के फोर्दो संवर्धन प्रतिष्ठान तक पहुंच को बाधित करने के लिए उसके आसपास की सड़कों पर हमला किया। फोर्दो संवर्धन प्रतिष्ठान रविवार को अमेरिका द्वारा निशाना बनाये गए तीन परमाणु प्रतिष्ठानों में से एक था।
ईरान ने भी इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए। ईरान ने इजरायल पर हमले अमेरिका द्वारा एक दिन पहले ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर किए गए हमलों के बाद किए। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि तेहरान पर किए गए हमलों में वहां की कुख्यात एविन जेल और अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के सुरक्षा मुख्यालय को निशाना बनाया गया।
इजरायल कैसे माना:
ट्रंप ने सोमवार दोपहर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर सीजफायर समझौता तय किया। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हो रहा है, जब ईरान और इजरायल के युद्ध में अमेरिका भी कूद पड़ा था। अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का दावा किया था।