Israel Attacks Syria, इजरायल अटैक सीरिया: मध्य-पूर्व में कई मोर्चों पर युद्ध छिड़ा हुआ है जिसमें लगभग हर मोर्चे पर इजरालयल की संलिप्तता दिख रही है. इसी बिच इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर बड़ा हवाई हमला कर दिआ हे. इजरायल की सेना आईडीएफ (Israeli Defense Forces) ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में सीरियाई रक्षा मंत्रालय के एंट्री गेट पर हमला किया. ड्रूज (Druze) समुदाय के सपोर्ट में इजरायल ने सीरिया पर एयर स्ट्राइक की है. IDF ने दावा किया कि उसने सीरिया के मिलिट्री हेडक्वार्टर को निशाना बनाया है.
इजरायल ने क्यों किया ये हमला:
दक्षिण सीरिया के स्वेइदा (Suwayda) शहर में ड्रूज लड़ाकों और सीरियाई सेना के बीच भीषण झड़पें जारी हैं. अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं. ड्रूज नेता का आरोप है कि सरकार की सेना ड्रूज लोगों की बर्बर हत्या कर रही है. इस झड़प के बाद इजरायल ने सीरियाई बलों को निशाना बनाना शुरू किया. मामले पर इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर सीरियाई सेना ड्रूज समुदाय पर हमले बंद नहीं करती तो हम उन्हें तबाह कर देंगे.
ड्रूज समुदाय कौन हैं?
ड्रूज अरब ही माने जाते हैं और इस समुदाय की उत्पत्ति 11वीं सदी में मिस्र में हुई थी. ये समुदाय सीरिया, लेबनान, जॉर्डन और इजरायल में है और इसकी संख्या लगभग 10 लाख है.
यह समुदाय इस्लाम या यहूदी धर्म को नहीं मानता बल्कि एक अलग धर्म को मानता है जो हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और अन्य धर्मों का मिला-जुलाकर बना है.
सीरिया में लगभग 7 लाख ड्रूज रहते हैं. देश में सबसे अधिक ड्रूज स्वैदा में रहते हैं. सीरिया के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में 29,000 से ज्यादा ड्रूज रहते हैं. वे खुद को सीरियाई मानते हैं. इजरायल ने कई बार यहां रह रहे ड्रूज लोगों को इजरायली नागरिकता का प्रस्ताव दिया है जिसे उन्होंने ठुकरा दिया है.
हमले पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेेंजामिन नेतन्याहू ने कहा:
“मेरे भाइयो, इजरायल के ड्रूज नागरिको, सुवेदा और दक्षिण-पश्चिमी सीरिया की स्थिति बहुत गंभीर है. IDF काम कर रही है, वायु सेना काम कर रही है, अन्य फोर्स काम कर रहे हैं. हम अपने ड्रूज भाइयों को बचाने और शासन के गिरोहों का सफाया करने के लिए काम कर रहे हैं.”
“अब मेरा आपसे एक अनुरोध है. आप इजरायल के नागरिक हैं. सीमा पार ना करें. आप अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं; आपकी हत्या हो सकती है, आपका अपहरण हो सकता है, और आप IDF की कोशिशों में रुकावट डाल रहे हैं. इसलिए मैं आपसे विनती करता हूं- अपने घरों को लौट जाएं, IDF को काम करने दें.”
अमेरिका ने हिंसा की कड़ी निंदा की:
अमेरिकी विशेष दूत टॉम बैरक ने कहा कि हम स्वेइदा में नागरिकों के खिलाफ हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं. सभी पक्षों को पीछे हटना चाहिए और सार्थक बातचीत में शामिल होना चाहिए. अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि नागरिकों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाए. जल्द से जल्द सीजफायर लागू किया जाए.