Bumrah Captaincy, बुमराह को टेस्ट कप्तान क्यों नहीं बनाया गया: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आखिरकार कप्तान न बनाए जाने पर खुलकर बात की है। बुमराह ने कहा कि उन्होंने खुद इंग्लैंड दौरे पर कार्यभार के कारण कप्तान बनने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक के साथ एक इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह ने की अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की चयन समिति के लिए वह कप्तान के तौर पर पहली पसंद थे, लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते उन्हें इसे ठुकराना पड़ा। रोहित शर्मा के संन्यास के बाद शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया और ऋषभ पंत को उप-कप्तान की जिम्मेदारी दी गई हे।
बुमराह चोटों से जूझ रहे हैं:
31 वर्षीय बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘रोहित और विराट के संन्यास से पहले मैंने बीसीसीआई से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अपने कार्यभार के बारे में बात की थी। मैंने अपनी पीठ का इलाज करने वाले सर्जन से बात की। उन्होंने मुझे सावधान रहने की सलाह दी। इसलिए मैंने बीसीसीआई से कहा कि मैं कप्तानी नहीं करना चाहता।’
बता दें कि जसप्रीत बुमराह काफी समय से चोटों से जूझ रहे हैं। बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांचवें टेस्ट में चोटिल हो गए थे। वह पीठ की चोट के कारण आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं खेल सके थे। ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल (BCCI) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के सभी 5 टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे।
बुमराह ने टीम के बारे में ये कहा:
बुमराह ने कहा, ‘हां, बीसीसीआई ने कप्तानी के लिए मुझसे बात की थी। लेकिन मैंने कहा कि यह टीम के लिए सही नहीं होगा। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में तीन मैचों के लिए एक कप्तान और बाकी दो मैचों के लिए दूसरा, यह सही नहीं है। और मैं हमेशा टीम को पहले रखता हूं।’ गौरतलब है कि बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांचवें टेस्ट में चोटिल हो गए थे। पीठ की चोट के कारण वे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी नहीं खेल पाए थे। वे करीब तीन महीने बाद आईपीएल 2025 के जरिए मैदान पर लौटे थे। उन्होंने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए 12 मैचों में 18 विकेट लिए थे।